मैं बहका नहीं हूं मुझे बहकाया गया है बात कुछ और थी कुछ और बताया गया है मैं मुद्दे से भटका हूं क्योंकि चाल बाजों के द्वारा गलत समझाया गया है जिस तरह अपनी अदाओं से बिजलियां गिराने लगी है मेरा दिल कह रहा है अब वो मान जाएगी सही वक्त का इंतजार है इजहार करूंगा अब वो बहुत जल्दी मेरी चाहतों से रूबरू हो जाएगी
Love shayari जिंदगी भर जिसे अपना समझने की भूल करता रहा वो गैरों सा रुख मोड़ कर गए हैं अब हर मंजर में सिर्फ तन्हाई है दर्द बताना मुश्किल हो गया है किस हाल में छोड़ कर गए हैं जी जान से जुड़ चुका हूं तुम्हें अपनाने में अब कौन सा प्यार ढूंढ रही हो इस दीवाने में मैंने माना कुछ वक्त पहले अजनबी थी नजर से नजर मिली थी अनजाने में जिंदगी भर वफा की तलाश में रह गए हम ऐसे बेवफा के प्यार में रह गए